एक छोटे शहर की लड़की
जो अपनी उम्मीदों और आशाओं में बड़ी थी
चाहती थी थोड़ा सा प्रेम
कि बसंत छू सके उसे
उसने चाहा था कि कोई करे प्रेम
कम स कम समझ सके उसे
लड़का साल बीतते ही कहने लगा था गुस्से में उसे , YOU WHORE
अक्सर नशें में पूछता था उसका दाम
लड़की ने कहा ," शादी ?"
लड़के ने कहा," परिवार"
लड़के के पास था परिवार जिसकी ओट में वो भाग सकता था
अपनी जाति के जंगल में
लड़की के पास थी देह
और नासमझ लड़की देह के साथ जीना चाहती थी
इसे दर्ज करने वाले विवेक कुमार भोजपुरी में चूतिया थे
ये बात दीगर है कि अंग्रेजी में उन्हें Feminist कहा जाता था
लड़का हर भाषा में ," बॉन्ड था बॉस !"
और लड़की
हर कहानी, भाषा , मुहावरे में